
इस दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग पर गाड़ियों की लंबी कतार लग गई। मौके पर पहुंची पुलिस व अंचलाधिकारी को लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ा। साइन के मुखिया राजेश पांडेय ने लोगों से जाम खत्म करने की अपील की, मगर लोग नहीं माने। बाद में पूर्व मंत्री अजीत कुमार ने भीड़ को शांत कराया और मृतक के परिजनों को न्याय संगत मुआवजे देने की बात कही, तब लोगों ने जाम समाप्त किया। पुतुल ठाकुर मुर्गा दाना का कारोबारी था व उसके पिता की नंदन ठाकुर किसान हैं।
स्थानीय ग्रामीणों ने पुतुल ठाकुर की हत्या किए जाने की आशंका जताते हुए बताया कि शव को यहां लाकर फेंक दिया गया है। पुतुल अपने निवास स्थान साइन से पैसा वसूली कर मंगलवार की शाम को ही निकला था और घर नहीं लौटा, जबकि बुधवार की दोपहर में झिटकाही मधुबन के पुल में उसका शव पानी मेें तैरता मिला।
लोगों की सूचना के बाद ग्रामीणों ने और परिजनों ने शव की शिनाख्त की। पुतुल ठाकुर की पत्नी पूजा देवी को एक 4 वर्ष की लड़की है, जबकि कुछ ही दिनों में फिर से एक नन्हा शिशु आने वाला है, मगर अब उसके सिर से पिता का साया उठ चुका है। थानाध्यक्ष कुंदन कुमार ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। परिजनों के बयान के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।