
वर्षाें से लंबित हाजीपुर-मुजफ्फरपुर बायपास का निर्माण अब हाईकाेर्ट की सीधी निगरानी में हाेगा। निर्माण की धीमी गति पर हाईकाेर्ट ने सख्त नाराजगी जताई है। जनहित याचिका की सुनवाई के क्रम में पिछले दिनों हाईकाेर्ट ने वैशाली के साथ-साथ मुजफ्फरपुर जिला प्रशासन काे भी पार्टी बनाते हुए निर्धारित समय-सीमा के अंदर काम पूरा कराने काे कहा है।
जिला प्रशासन काे फरवरी 2021 तक भू -धारियाें काे मुआवजा भुगतान करने काे कहा गया है। वहीं, एनएचएआई काे दिसंबर 2021 तक सड़क निर्माण पूरा करने का टास्क दिया गया है। हाईकाेर्ट के इस आदेश के बाद राज्य के विकास आयुक्त पूरे मामले की समीक्षा कर रहे हैं। इसी आलाेक में 17 किलाेमीटर बायपास निर्माण के लिए मुआवजा भुगतान में तेजी आई है। मुआवजा काे लेकर आपत्ति जता रहे किसानाेें से जिला प्रशासन संपर्क में है।
बुधवार काे कलेक्ट्रेट में आयाेजित डिस्ट्रिक्ट प्राेजेक्ट माॅनिटरिंग ग्रुप की बैठक में सदातपुर, लश्करीपुर, मधुबन जगदीशपुर के संबंधित किसानाें के साथ डीएम डाॅ. चंद्रशेखर सिंह ने वार्ता की। डीएम ने किसानाें से कहा कि यह सड़क जनहित के साथ उत्तर बिहार के विकास की रीढ़ है। इसमें भू-धारियाें से सहयाेग की अपेक्षा है। इस अवसर पर किसानाें ने भी अपनी बात जाेरदार तरीके से रखी। डीएम ने किसानाें काे आश्वस्त किया कि उनकी समस्या के निराकरण की दिशा में प्रशासन का सकारात्मक सहयाेग रहेगा।
हालांकि, कुछ किसान अपनी मांग पर अड़े हुए हैं। दूसरी ओर मुआवजा काे लेकर हाजीपुर-मुजफ्फरपुर फाेरलेन निर्माण का काम मधाैल, दरियापुर कफेन, सकरी-सरैया, फतेहुपुर कस्तूरी तथा रजला गांव में भी बाधित है। इस बाबत डीएम ने जिला भू अर्जन विभाग काे कैंप लगाकर मुआवजा भुगतान करने का निर्देश दिया है।
6 किलोमीटर तक हो चुका है निर्माण
डीएम ने कहा कि हाजीपुर-मुजफ्फरपुर फाेरलेन व बायपास काफी महत्वपूर्ण परियाेजना है। 17 किलाेमीटर बायपास में से 6 किलाेमीटर का निर्माण 8 वर्ष पहले हाे चुका है। 11 किलाेमीटर का निर्माण नहीं हाेने से उत्तर बिहार की यह लाइफलाइन अटकी थी। इसके निर्माण के लिए मुआवजा भुगतान की प्रक्रिया फरवरी माह तक पूरी करनी है।
यह होगा फायदा : मुजफ्फरपुर पर ट्रैफिक का दबाव घटेगा, नेपाल जाना भी हो जाएगा आसान
मुजफ्फरपुर बायपास बनने से पटना से गोपालगंज होकर उत्तर प्रदेश, नेपाल और पूर्णिया जाने वालों को सुविधा होगी। मुजफ्फरपुर शहर को जाम से छुटकारा मिल जाएगा। वहीं सीतामढ़ी के सोनबरसा जाने का संपर्क मिल जाएगा। राजधानी पटना व मुजफ्फरपुर को ईस्ट-वेस्ट कोरिडोर के फोरलेन की कनेक्टिविटी मिलेगी।
मझौली से नेपाल को जोड़ने वाली सड़क एनएच-527 सी से भी आने वाले वाहन के लिए पटना आना-जाना आसान हो जाएगा। इस सड़क के निर्माण से मुजफ्फरपुर शहर पर ट्रैफिक का दबाव काफी हद तक कम हो जाएगा। शहर के पूर्वी इलाके से आने वाले वाहन अब सीधे पटना रोड की तरफ आ-जा सकेंगे। मझौली एनएच 527 सी से सीतामढ़ी, दरभंगा व मधुबनी से आने वाले वाहन शहर से सटे एनएच को छुए बगैर सीधे पटना की ओर चले जाएंगे।