
राज्य के उत्तरी भाग में मौजूद जिलों में सर्दी पूरे चरम पर है। वहीं ठंड ने 9 दिसंबर बुधवार को अपने अधिकतम तापमान के कम होने के 30 वर्ष के रिकॉर्ड को तोड़ दिया।
बताया जाता है कि 9 दिसंबर 1990 में अधिकतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस था। जो 2020 में इसी दिन 18.1 रहा। इस दौरान केवल 16 दि 2020 को दिसंबर को 18 डिग्री से उपर का तापमान था। इन 30 वर्षों में अधिकतम तापमान के सामान्य से भी कम रहने के कारण इस इस बार ठंड के अधिक परेशान करने की संभावना बताई गई है।
वहीं न्यूनतम तापमान विगत 30 वर्षों में 7.6-18 डिग्री सेल्सियस तक रहा। इस कारण अधिकतम तापमान सामान्य से 7 डिग्री तक कम रहा। जबकि बुधवार की रातभर व गुरुवार को सुबह 9:30 तक ओस बारिश की तरह बरसी। जिससे ग्रामीण से लेकर शहरी क्षेत्र की सड़कें वर्षा में भिंगी हुई दिखी। वहीं पछिया के जोरों पर रहने से ठंड का एहसास बढ़ा। कोहरा नहीं निकलने के बावजूद लोगों को ठंड ने परेशनी हुई।
दिनभर नहीं निकला सूर्य, मौसम में नमी बनी रहने का अनुमान
इधर, अत्यधिक ओस गिरने के कारण कुहरा नहीं लगा। वहीं ज्यादा सर्दी गिरने के कारण आसमान में धूंध बना रहा। जिससे दिन भर सूर्य नहीं निकला। एक मिनट के लिए भी धूप निकलने के कारण मौसम में नमी बनी रही। इससे ठंड से राहत नहीं मिली।
पछात गेहूं की खेती को लेकर आदर्श हुआ समय : ओस गिरने से खेतों में नमी रहेगी। ऐसे में गेहूं की पछात किस्म की बुआई के लिए यह आदर्श समय बताया गया है। वहीं प्याज व गन्ना की रोपाई शुरू करें। पिछले माह बोए गए गेहूं में हल्की सी सिंचाई करें। वहीं दूध देने वाली मवेशियों को ठंड से बचाकर रखें।
9 बजे रात से हो रही गाड़ियों की स्पीड धीमी
ग्रामीण इलाकों से सटे एनएच, एचएस व फोरलेन पर 9 बजे रात से ही गाड़ियों की स्पीड कोहरा के कारण धीमी हो जा रही है। वहीं 2 बजे रात के बाद से शहरी इलाकों की सड़कों पर भी कुहरा के कारण गाड़ियां धीरे चल रही है। वहीं परिवहन विभाग की ओर से इंडिकेटर व रिफ्लेक्टर टेप को लगाने की सलाह दी जा रही है।
9 बजे रात से हो रही गाड़ियों की स्पीड धीमी
ग्रामीण इलाकों से सटे एनएच, एचएस व फोरलेन पर 9 बजे रात से ही गाड़ियों की स्पीड कोहरा के कारण धीमी हो जा रही है। वहीं 2 बजे रात के बाद से शहरी इलाकों की सड़कों पर भी कुहरा के कारण गाड़ियां धीरे चल रही है। वहीं परिवहन विभाग की ओर से इंडिकेटर व रिफ्लेक्टर टेप को लगाने की सलाह दी जा रही है।