महीनों पुराने AK 47 तस्करी मामले में NIA को फिर एक बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। कुख्यात हथियार तस्कर चुन्नू सिंह NIA के हाथ लगा।
29 अगस्त 2018 को मुंगेर के प्रभारी एसपी बाबू राम के नेतृत्व में तीन AK 47 बरामद हुए थे। मामले की जांच के बाद एक बड़े रैकेट का उद्भेदन हुआ और यह पता चला कि एक दो नहीं बल्कि 63 AK 47 चोरी हुई थी।
सेना के जबलपुर स्थित ऑर्डिनेंस डिपो से गायब कर एके 47 को अपराधियों और नक्सलियों को बेचने के मामले में हथियार तस्कर राजीव रंजन सिंह उर्फ चुन्नू सिंह को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया। एनआईए के मुताबिक चुन्नू सिंह पेशेवर हथियार तस्कर है। गिरफ्त में आए चुन्नू के खिलाफ कई साक्ष्य मौजूद हैं।
29 अगस्त 2018 को मुंगेर के प्रभारी एसपी बाबू राम के नेतृत्व में हुई कार्रवाई में तीन एके 47 राइफल बरामद हुई थी। जांच में यह बात सामने आई कि तस्करों ने एक-दो नहीं बल्कि 63 एके 47 राइफल जबलपुर स्थित आर्डिनेंस डिपो से गायब की गई थी। अनुसंधान के दौरान 20 एके 47 बरामद हुई पर कई हथियारों का पता नहीं चला। बाद में यह केस एनआईए को सौंप दिया गया।
जांच में यह बात सामने आई कि प्रतिबंधित बोर की एके सीरिज की राइफलों को डिपो से चुरा कर तस्करों के हाथ पहुंचाया गया। इसमें डिपो के तत्कालीन कर्मियों के साथ पूर्व कर्मियों की संलिप्तता सामने आई थी। चोरी किए गए हथियारों को मुंगेर के तस्करों तक पहुंचाया गया। बाद में हथियार नक्सलियों और बड़े आपराधिक गिरोहों को बेच दिए गए।
हथियार तस्करी से का पुराना खिलाड़ी है चुन्नू
गिरफ्तार चुन्नू सिंह गया जिले के अतरी का रहनेवाला है। एनआईए के मुताबिक चुन्नू सिंह के एके 47 की तस्करी में लिप्त होने के कई साक्ष्य मौजूद हैं। मुंगेर हथियार तस्करी में उसकी अहम भूमिका रही है। माना जा रहा है कि चुन्नू की गिरफ्तारी के बाद एनआईए को इस मामले में कई महत्वपूर्ण जानकारी हाथ लग सकती है। मुंगेर हथियार तस्करी मामले में एनआईए ने अबतक 13 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। इनके खिलाफ चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है।