
पटना के जिस टाॅप टेन अपराधी 50 हजार के इनामी रवि गाेप काे एसटीएफ ने गिरफ्तार किया था, वह 50 घंटे भी जेल में नहीं रहा। पुलिस की बड़ी चूक की वजह से उसे पटना सिविल काेर्ट से जमानत मिल गई और वह 9 दिसंबर की सुबह 8 बजे फुलवारीशरीफ जेल से छूट गया और फिर नेपाल फरार हाे गया।
फुलवारीशरीफ जेल में वह दीघा थाने में दर्ज रंगदारी के मामले में बंद था। रवि ने केस करने वाले सूचक काे मिला लिया और उससे कंप्रोमाइज पिटिशन दिला दिया जिसके आधार पर काेर्ट ने उसे 8 दिसंबर काे जमानत दे दी।
केस के सूचक काे रवि ने धमकी देकर मिला लिया या खुद ही उसने समझाैता कर लिया, यह ताे जांच के बाद साफ हाेगा। दीघा के रामजीचक के रहने वाले रवि पर दानापुर थाने में भी हत्या के लिए अपहरण का केस दर्ज है।
छह को अथमलगोला के मैरिज हॉल से हुआ था गिरफ्तार
रवि काे गिरफ्तार करने के लिए पिछले तीन माह से एसटीएफ लगी हुई थी। पीछा करते-करते पुलिस 6 दिसंबर काे अथमलगाेला स्थित मैरेज हाॅल में पहुंच गई जहां वह राजीवनगर की रहने वाली प्रेमिका से शादी रचा रहा था। 7 दिसंबर काे पुलिस ने उसे जेल भेजा। 8 दिसंबर काे जमानत हाे गई और 9 दिसंबर काे वह जेल से निकल गया। एसटीएफ काे जब इसकी जानकारी मिली कि उसे बेल मिल गई ताे वह भी दंग रह गया। रवि पर दानापुर में एक और दीघा में तीन केस दर्ज हैं। दानापुर छाेड़ तीन केस में वह चार्जशीटेड है।
कानूनविद बोले- पुलिस से चूक हुई इसलिए जमानत मिल गई
पटना हाईकाेर्ट के वरीय अधिवक्ता कृष्णा प्रसाद सिंह ने कहा कि पुलिस से बड़ी चूक हाे गई। अगर दानापुर पुलिस उसके जेल रहते फाैरन रिमांड के लिए आवेदन दे देती ताे उसे बेल नहीं मिलती। दीघा मामले में काेर्ट के पास जाे साक्ष्य आए हाेंगे उसके मेरिट के आधार पर जमानत दे दी गई।
पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी रही... और कुख्यात अपराधी जमानत लेने में कामयाब
रवि की गिरफ्तारी के फाैरन बाद दानापुर पुलिस ने अपने यहां दर्ज संगीन केस में उसे रिमांड पर लेने के लिए काेर्ट में आवेदन नहीं दिया और न ही दानापुर काेर्ट में जेल से उसे प्राेडक्शन के लिए आवेदन दिया। जब तक दानापुर पुलिस यह सब कर पाती, रवि ने नेपाल की राह पकड़ ली। जब उसे बेल मिलने की सूचना मिली ताे आला अधिकारियाें में हड़कंप मच गया। रवि आदतन अपराधी है। उसे जमानत मिल गई और पुलिस देखती रह गई।
एसएसपी बोले-जेलर काे कहा गया था, मत छाेड़िएगा, आईजी ने एसपी से मांगी रिपोर्ट
एसएसपी उपेंद्र शर्मा ने कहा कि जब रवि काे बेल मिली ताे दानापुर एएसपी ने जेलर काे फाेन कर कहा कि मत छाेड़िएगा। रिमांड के लिए आवेदन देंगे। पर उसे छाेड़ दिया गया। वहीं बेउर जेल अधीक्षक सत्येंद्र कुमार ने कहा कि 8 की शाम काे ही रिलीजिंग ऑर्डर काेर्ट से आ गया। पर 9 की सुबह काे उसे छाेड़ा गया। इधर, आईजी संजय सिंह ने सिटी एसपी वेस्ट से रिपाेर्ट मांगी है। सूत्राें के अनुसार थानेदार और केस के आईओ पर कार्रवाई हाे सकती है।
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